डा. संजय लाठर के नाम को राज्यपाल ने प्रदान की सहमति महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के छात्र नेता रहे हैं लाठर
चंडीगढ़,(संजय राय )। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने विधान परिषद के नए सदस्य के रूप में डा. संजय लाठर के नाम को मंजूरी दे दी है। लाठर के अलावा राजपाल कश्यप व अरविंद कुमार सिंह का नाम भी बतौर सदस्य भेजा गया था। उनके नाम को भी मंजूरी मिल गई है। डा. लाठर रोहतक की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र नेता रहे हैं और हरियाणा की राजनीति में भी तक सक्रियता निभाई थी। फिलहाल वे उत्तर प्रदेश के सीएम अखिलेख यादव के करीबियों में शामिल हैं।
डा. संजय लाठर का नाम विधान परिषद सदस्य के तौर पर मंजूर होने के बाद युवाओं की हौसला अफजाई हुई है। इसी के साथ विधान परिषद जाने वाले सभी दस नाम पूरे हो गए हैं। जल्द ही सभी को शपथ दिलाई जाएगी। डा. लाठर का नाम समाजसेवा व साहित्य के क्षेत्र में मंजूर किया गया है। मूल रूप से जींद के बुढा खेड़ा लाठर निवासी संजय लाठर लंबे समय से उत्तर प्रदेश की राजनीति में सक्रिय हैं। वे पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कोर टीम में शामिल हैं। लाठर तीन बार सोनीपत लोकसभा और दो बार जुलाना विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं।
इसके बाद वे पूर्ण रूप से उत्तरप्रदेश की राजनीति में सक्रिय हो गए और उन्होंने साल 2012 में मथुरा जिले की मथुरा की मांट विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भाग्य आजमाया। लेकिन, प्रचार के अंतिम दिनों में उन पर बाहरी उम्मीदवार का ठपा लग गया और थोड़े वोटों के अंतर से चुनाव हार गए। पार्टी की युवा विंग को मजबूत करने के ईनाम के तौर पर मुलायम सिंह व अखिलेश यादव ने उन्हें एमएलसी बनाने का फैसला लिया और उनके नाम की सिफारिश राज्यपाल से कर दी। संजय लाठर सपा के पुराने कार्यकर्ता माने जाते हैं। उन्होंने पत्रकारिता में पीएचडी की है। उन्होंने लखनऊ यूनिवर्सिटी और काशी विद्यापीठ से पढ़ाई की है। लाठर की गिनती सीएम अखिलेश यादव के करीबियों में होती है।